शुभ प्रभात!
आज बीजेपी का सबसे बड़ी दल अर्थात सिंगल लार्जेस्ट पार्टी बनना तय है। ये तभी से तय होना शुरू गया था जब कांग्रेस में बैठे लोग ही भ्रष्टाचार एवं महंगाई को कंट्रोल करने के बदले स्वयं घोटाले करने लगे।
विकल्प के अभाव में हम भारतीय वोट ऑफ़ रिजेक्शन अर्थात "फलां नहीं जीते" नीति अपना कर वोट करते हैं। सो इस बार "कोई जीते, कांग्रेस नहीं" की लहर चल रही थी।
इस वर्ष कोई भी बीजेपी वाला होता तो भी बीजेपी का सबसे बड़ी दल बनना तय था। लहर को भुनाना अच्छे व्यवसायी की पहचान है, और मोदी पार्टी में बाजी मार ले गए ।
आज का दिन मोदी के लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि आज वो आर या पार या व्यापार!
भोली जनता उनके लाखो करोड़ के विज्ञापन द्वारा प्रचारित "अच्छे दिन आने वाले हैं" में भरोसा रख उन्हें स्पष्ट बहुमत दे सकती है!
ऐसा नहीं हो सका तो उन्होंने जिन जिन को नाराज किया है वो उन्हें कही का नहीं रखने की पूरी कोशिश करेंगे। हालाँकि मोदी के जिन स्पॉन्सरों ने पैसे पानी की तरह खर्च किया है वो सांसदों का ईमान खरीद मोदी को सपोर्ट करवाने की पूरी कोशिश करेंगे। सच है पैसा बोलता है!
आम आदमी पार्टी को भी अपना औकात आज पता चल जायेगा। यदि वो पचास सीट पर लड़ते तो शायद चालीस सीट जीत जाते। किन्तु पांच सौ सीट पर लड़ने की मूर्खतापूर्ण निर्णय के कारण सिंगल डिजिट में ही रह जायेगी। इस निर्णय ने करोड़ो वालंटियर्स लाखो डोनटर्स का समय एवं पैसा बर्बाद किया है और लोग बार बार ऐसा करने से हिचकेंगे।
उसे याद रखना पड़ेगा "समय पाई तरुवर फले, केतक सिंचों नीर", अत्यधिक खाद और कार्बाइड के चक्कर में नुकसान सेहत को ही होता है।
जिसकी सरकार बने, हम महँगाई एवं भ्रष्टाचार पर कंट्रोल की न रखें तो अच्छा क्योंकि ये होने से रहा। फिर भी भारत हमको भी प्यारा है!
शुभकामना दोस्तों!
आज बीजेपी का सबसे बड़ी दल अर्थात सिंगल लार्जेस्ट पार्टी बनना तय है। ये तभी से तय होना शुरू गया था जब कांग्रेस में बैठे लोग ही भ्रष्टाचार एवं महंगाई को कंट्रोल करने के बदले स्वयं घोटाले करने लगे।
विकल्प के अभाव में हम भारतीय वोट ऑफ़ रिजेक्शन अर्थात "फलां नहीं जीते" नीति अपना कर वोट करते हैं। सो इस बार "कोई जीते, कांग्रेस नहीं" की लहर चल रही थी।
इस वर्ष कोई भी बीजेपी वाला होता तो भी बीजेपी का सबसे बड़ी दल बनना तय था। लहर को भुनाना अच्छे व्यवसायी की पहचान है, और मोदी पार्टी में बाजी मार ले गए ।
आज का दिन मोदी के लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि आज वो आर या पार या व्यापार!
भोली जनता उनके लाखो करोड़ के विज्ञापन द्वारा प्रचारित "अच्छे दिन आने वाले हैं" में भरोसा रख उन्हें स्पष्ट बहुमत दे सकती है!
ऐसा नहीं हो सका तो उन्होंने जिन जिन को नाराज किया है वो उन्हें कही का नहीं रखने की पूरी कोशिश करेंगे। हालाँकि मोदी के जिन स्पॉन्सरों ने पैसे पानी की तरह खर्च किया है वो सांसदों का ईमान खरीद मोदी को सपोर्ट करवाने की पूरी कोशिश करेंगे। सच है पैसा बोलता है!
आम आदमी पार्टी को भी अपना औकात आज पता चल जायेगा। यदि वो पचास सीट पर लड़ते तो शायद चालीस सीट जीत जाते। किन्तु पांच सौ सीट पर लड़ने की मूर्खतापूर्ण निर्णय के कारण सिंगल डिजिट में ही रह जायेगी। इस निर्णय ने करोड़ो वालंटियर्स लाखो डोनटर्स का समय एवं पैसा बर्बाद किया है और लोग बार बार ऐसा करने से हिचकेंगे।
उसे याद रखना पड़ेगा "समय पाई तरुवर फले, केतक सिंचों नीर", अत्यधिक खाद और कार्बाइड के चक्कर में नुकसान सेहत को ही होता है।
जिसकी सरकार बने, हम महँगाई एवं भ्रष्टाचार पर कंट्रोल की न रखें तो अच्छा क्योंकि ये होने से रहा। फिर भी भारत हमको भी प्यारा है!
शुभकामना दोस्तों!
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