Friday, December 31, 2010

नववर्ष का स्वागत

बीता ये साल,
छोड़े सब मलाल,
नववर्ष के स्वागत
में आ झूमे गायें|

नंगे है तन,
भूखे है जन,
पर उम्मीद का दिया
कभी बुझने न पाए|

लाखो हो मुश्किलें,
मिल के हम चले,
सपनो का वतन
मेहनत से बनाये|

आ ले ये कसम,
जब तक दम में दम,
भारत का तिरंगा
झुकने न पाए|

हौसला रहे अटल,
हर प्रयास हो सफल,
नव वर्ष में सबको
हार्दिक शुभकामनाएं|

- अमिताभ रंजन झा

No comments:

Post a Comment