Wednesday, October 26, 2011

संग चल, आवाज उठा

सब गोटाके दीपावली के हार्दिक शुभकामना!
सब रौवा लोगन के दीपावली के शुभकामना!
सब लोग के दिवाली के शुभकामना देत्ते ही!
Wish you all a happy and safe Diwali!

इस पावन प्रकाश-पर्व पर सबसे एक विनर्म निवेदन!
जो अन्धकार मिटा प्रकाश लाने की कोशिश कर रहे हैं उनके हाथों की कालिख पर ध्यान न दे.
जो सफाई करने की कोशिश कर रहे हैं उनके गंदे हाथ न देखे.
बल्कि उन्हें सहयोग दे, हौसला दे, तभी गन्दगी दूर हो पायेगी.
वर्ना हमारी जिंदगी कीचड़ और अन्धकार में कटेगी ही, हमारे बच्चों की भी.

टीम अन्ना आगे बढ़ो हम तुम्हारे साथ हैं.

भ्रष्टाचार आन्दोलन को समर्पित कुछ पंक्तियाँ:

कृष्ण ने भी की थी माखन की चोरी,
फिर भी दिखाई महाभारत में महानता! .
वाल्मीकि ने भी दुष्कर्म किये थे
फिर भी बने रामायण रचैता!
बापू ने भी की थी चोरी
किन्तु आज कहलाते राष्ट्रपिता!
सबने दुष्कर्म छोड़ा
और जोड़ा सुकर्म से नाता!

लोथ हो चूका है तू
अकेले कुछ कर न पाता!
घर साफ़ कर रहे है जो
उसपे तू क्यों चिल्लाता?
कीचड़ की हो चुकी है आदत
सफाई भी नहीं सुहाता?
बच्चे भी ऐसे ही जियेंगे
ये सोच जी नहीं घबराता?

कबतक बनकर रहे हम
अंध, मूक, श्रोता?
संग चल, आवाज उठा
मिलकर बने हम विजेता!
खाक में मिल कर रहेंगे
बने जो देश के विक्रेता!
उनका नाश हो कर रहे अब
छल से बने जो भारतविधाता!

-अमिताभ रंजन झा

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