आज की मीरा प्रैक्टिकल,
हकीक़त में जीती है।
विष न राणा देता है
न ही मीरा पीती है।।
वो न माथा पटकती है
न दर दर भटकती है।
नैहर से ससुराल तक
सब का मान रखती है।।
अब मीरा और राणा
संग घर में रहते हैं।
कान्हे को उनके बच्चे
प्यार से मामा कहते हैं।।
उसके कान्हा की दूसरी
मीरा से शादी हो जाती है।
जिसके कान्हा को बच्चे
प्यार से मामा बुलाते हैं।।
हर राणे में कन्हैया है
हर कान्हे में राणा है।
मीरा भी समझती है
"मूव ऑन" का जमाना है।।
कुछ मीरा और कान्हा की
बात बन भी जाती है।
कुछ घर से भाग जाते हैं
कुछ की शादी हो जाती है।।
बैकुंठ धाम का कान्हा भी
चैन से बांसुरी पकड़ता हैं।
अब किसी पागल के लिए
नहीं वो धरती पर उतरता है।
- अमिताभ रंजन झा।
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